उत्तराखंड: देर रात भूंकप से डोली नैनीताल की धरती, इतने रिक्टर स्केल की थी तीव्रता

बुधवार को देर रात नैनीताल में भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह झटका देर रात 10 बजकर 20 मिनट पर महसूस किया गया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.2 मैग्रिट्यूट मापी गई है। कम तीव्रता होने से अधिकांश लोगों को भूकंप का एहसास नहीं हुआ। कहीं कोई नुकसान होने की सूचना नहीं है।


आठ फरवरी को महसूस किए थे भूकंप के झटके

इससे पहले आठ फरवरी को अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और बागेश्वर समेत कुमाऊं के कई हिस्सों शनिवार की सुबह करीब साढ़े छह बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। बागेश्वर जिले की दुगनाकुरी तहसील के किड़ई गांव में एक मकान की दीवार गिरने से दो लोग चोटिल हो गए थे, जबकि तीन अन्य मकानों में दरारें पड़ गईं थी। भूकंप का केंद्र कपकोट का गोगिना गांव था। 

बागेश्वर की जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया था कि भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 आंकी गई। डीडीहाट, मुनस्यारी, मुवानी, नाचनी, कौसानी और गरुड़ में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे।

एक जनवरी को आया था भूकंप

सीमांत पिथौरागढ़ जिले और बागेश्वर में एक जनवरी को भूकंप का झटके महसूस हुए थे। आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार शाम 4 बजकर 15 मिनट पर महसूस हुए, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.1 थी। भूकंप का केंद्र 10 किमी. की गहराई में पिथौरागढ़ जिले में था। उधर, बागेश्वर में भी भूकंप के झटके महसूस हुए थे। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने इसकी पुष्टि की थी।