कोरोना के प्रकोप के बीच भारत से विदेश और विदेश से भारत के लिए धन का आवागमन भी प्रभावित हुआ है। लोग विदेशों में रहने वाले अपने बच्चों को पैसे नहीं भेज पा रहे हैं तो विदेश में रहने वाले लोग भारत में अपने परिजनों को पैसे भेज पा रहे हैं। ऐसे में इन लोगों के सामने भूखे रहने के अलावा कोई चारा नहीं है। दिल्ली के सैदुल्लाजाब में रहने वाली ऐसी ही एक बुजुर्ग महिला को दिल्ली पुलिस ने खाने का सामान पहुंचाया और वित्तीय मदद की। अमर उजाला की पड़ताल में ऐसे कई केस मिले।
दक्षिण जिला डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि सैदुल्लाजाब के पर्यावरण कांप्लेक्स में रहने वाली 73 वर्षीय बुजुर्ग रितु मेनन का बेटा इंग्लैंड में रहता है। कोरोना के प्रकोप के कारण वह उनको पैसे नहीं भेज पाया। उनके पास खाने-पीने को कुछ नहीं था। उन्होंने थानाध्यक्ष मैदानगढ़ी को उनके मोबाइल पर फोन कर परेशानी बताई। थानाध्यक्ष ने बीट स्टाफ को उनके घर भेज आटा, चावल, चीनी, तेल व खाने-पीने का सामान पहुंचाया। पुलिसकर्मियों ने रोज की जरूरतों को पूरा करने के लिए इनकी वित्तीय सहायता भी की।
उधर, करोल बाग में रहने वाले मदनलाल की बेटी कनाडा में रहती है। वह शनिवार को बेटी को पैसे ट्रांसफर करने के लिए बैंक गए थे। बैंक ने पैसा ट्रांसफर करने से मना कर दिया। ऐसे में मदनलाल ने कनाडा में रहने वाले एक जानकार से बात की और उनके माध्यम से बेटी के पास पैसे पहुुंचाए। बताया जा रहा है कि कोरोना के चलते बैंक में पैसे का ट्रांसफर बंद कर दिया गया है। नेट बैंकिंग से भी लोगों को पैसा ट्रांसफर करने में परेशानी हो रही है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि ऐसे सभी लोगों की मदद की जाएगी।
विदेशों से पैसे नहीं आ पाने से परिजन भूखे रहने पर मजबूर